Sunday, 26 April 2015

देखा जो आइना तो मुझे सोचना पड़ा

देखा जो आइना तो मुझे सोचना पड़ा 

कुछ पल जगजीत सिंह के नाम 

देखा जो आइना तो मुझे सोचना पड़ा,
खुद से न मिल सका तो मुझे सोचना पड़ा,

उसका जो खत मिला तो मुझे सोचना पड़ा,
अपना सा वो लगा तो मुझे सोचना पड़ा,

मुझको था गुमान के मुझी में है एक अना,
देखा तेरी अना तो मुझे सोचना पड़ा,

दुनिया समझ रही थी के नाराज मुझसे है,
लेकिन वो जब मिला तो मुझे सोचना पड़ा,

एक दिन वो मेरे एब गिनाने लगा करार,
जब खुद ही थक गया तो मुझे सोचना पड़ा,

आती क्या खंडाला - Aati Kya Khandala (Aamir Khan, Alka Yagnik, Ghulam)

आती क्या खंडाला - Aati Kya Khandala (Aamir Khan, Alka Yagnik, Ghulam)

Movie/Album : गुलाम (1998)
Music By : जतिन - ललित
Lyrics By : समीर
Performed By : अलका यागिनिक, आमिर खान

ऐ क्या बोलती तु 
ऐ क्या मैं बोलूं
सुन, सुना
आती क्या खंडाला ?
क्या करुँ आ के मैं खंडाला
घूमेंगे, फिरेंगे, नाचेंगे, गाएँगे
ऐश करेंगे और क्या
ऐ क्या बोलती तु ....

बरसात का सीजन है, खंडाला जा के क्या करना
बरसात के सीजन में ही तो मजा है मेरी मैना
भीगूँगी में, सर्दी खांसी हो जाएगी मुझको
छाता लेके जायेंगे, पागल समझी क्या मुझको
क्या करू समझ में आए ना, क्या करू तुझसे में जानू ना
अरे इतना तु  क्यों सोचे, मैं आगे, तू  पीछे
बस अब निकलते है और क्या
ऐ क्या बोलती तु ....

लोनावले में चिक्की खाएंगे, वॉटरफॉल पे जाएंगे
खंडाला के घाट के ऊपर, फोटो खींच के आयेंगे
हाँ भी करता, ना भी करता, दिल मेरा दीवाना
दिल भी साला पार्टी बदले, कैसा है जमाना
फोन लगा तु अपने दिल को जरा
पूछ ले आखिर है क्या माजरा
अरे पल में फिसलता है, पल में संभलता है
कन्फ्यूज करता है बस क्या
ऐ क्या बोलती तु ....